सच्ची दोस्ती की कीमत

एक नई शुरुआत

Kartik और Priyanshi बचपन के दोस्त थे। दोनों की दोस्ती इतनी गहरी थी कि स्कूल में सभी उनकी मिसाल देते थे। हर खुशी और हर मुश्किल में वे एक-दूसरे के साथ खड़े रहते। लेकिन जैसे-जैसे वे बड़े हुए, ज़िंदगी बदलने लगी। कॉलेज में नए दोस्त बने, करियर की जिम्मेदारियाँ आईं, और उनकी मुलाकातें कम होती गईं।

Priyanshi को एक बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी मिल गई, और उसे विदेश जाना पड़ा। Kartik भी अपने करियर में व्यस्त हो गया, लेकिन उसके दिल के किसी कोने में हमेशा Priyanshi के साथ बिताए गए लम्हे जिंदा थे।

समय का इम्तिहान

समय बीतता गया। Kartik अपनी जॉब में अच्छा कर रहा था, लेकिन एक दिन अचानक उसकी कंपनी में भारी नुकसान हुआ और कई कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया। दुर्भाग्यवश, Kartik भी उनमें से एक था।

अब उसके पास न कोई नौकरी थी, न कोई सहारा। पहले जो लोग उसकी सफलता में उसकी तारीफें किया करते थे, वही अब उससे कतराने लगे। उसने अपने दोस्तों से मदद माँगने की कोशिश की, लेकिन सबने किसी न किसी बहाने से मना कर दिया।

उसे समझ आ रहा था कि ज़िंदगी में असली दोस्त वही होते हैं जो मुश्किल समय में साथ खड़े रहते हैं।

पुरानी दोस्ती की याद

एक दिन Kartik पार्क में अकेला बैठा था, जब अचानक उसका फोन बजा। कॉल Priyanshi की थी।
"Kartik, कैसे हो?" उसकी आवाज़ में वही अपनापन था।
Kartik ने थोड़ी हिचकिचाहट के साथ कहा, "सब ठीक है, Priyanshi…"
"झूठ मत बोलो। मैंने सुना कि तुम्हारे साथ क्या हुआ। तुमने मुझसे बात क्यों नहीं की?"

Kartik की आँखें नम हो गईं, "मैंने सोचा कि इतने साल बाद शायद तुमने मुझे भूल ही गई होगी।"
Priyanshi हंस पड़ी, "दोस्ती कोई सौदा नहीं होती, जो वक्त के साथ ख़त्म हो जाए। सच्चे दोस्त कभी साथ नहीं छोड़ते।"

असली दोस्त की पहचान

Priyanshi ने बिना समय गँवाए Kartik की मदद करने का फैसला किया। वह खुद एक बड़ी कंपनी में मैनेजर थी और उसने Kartik के लिए एक इंटरव्यू अरेंज करवा दिया। Kartik का आत्मविश्वास लौटने लगा, और कुछ ही हफ्तों में उसे नई नौकरी मिल गई।

अब Kartik समझ चुका था कि असली दोस्त वही होते हैं जो मुश्किल समय में आपके साथ खड़े रहते हैं, बिना किसी स्वार्थ के।

आपके लिए एक सवाल

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि ज़िंदगी में दोस्त बहुत मिलते हैं, लेकिन सच्चे दोस्त वही होते हैं जो हर हाल में आपका साथ निभाते हैं।

क्या आपके जीवन में भी कोई ऐसा दोस्त है जिसने आपको मुश्किल समय में सहारा दिया हो?
कमेंट में हमें बताइए और इस कहानी को अपने दोस्तों के साथ ज़रूर शेयर करें!


Comments

Popular posts from this blog

🌟 ईमानदारी का इनाम – प्रेरणादायक हिंदी कहानी

"एक रुपये का सबक – जब जिंदगी ने सिखाई असली अमीरी की कीमत"

कहानी का शीर्षक: "माँ का सपना – एक अनपढ़ बेटे की ज़िंदगी बदलने वाली प्रेरणादायक कहानी | GyanVani"